सबसे पहले तो महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर उनका शत-शत नमन ।
काश आज हम सबके ह्रदय मे भी ऐसे ही स्वदेश प्रेम की आग जलती जैसे महाराणा प्रताप के ह्रदय मे जलती थी । आज हम सबको उनके आदर्शों को मनन करना चाहिए और अपने जीवन में भी उतारना चाहिए । जिस दिन ऐसा हो गया उसी दिन से हमारे देश की कई समस्यायें स्वतः गायब हो जाएंगी ।
बहुत दिनों से लिखने का मन कर रहा था परन्तु व्यस्तता से मजबूर कारण एक नये आशियाने का निमार्ण कार्य । बस इसी वजह से इतने दिनो से लेखन से दूर था और वैसे भी मुझमें मौलिक लेखन का अभाव है । इतने दिनों बाद अपने मन के विचारों को साझा कर रहा हूँ वरना मै ज्यादा अपनी बात शेयर नहीं करता । कभी-कभी तो मुझे ऐसा लगता है कि मै खुद एक अबूझ पहेली बनना चाहता हूँ परन्तु फिर यहीं सोचता हूँ कि अपनी ही बनाई हुई पहेली में मै उलझ ना जाऊँ ।
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